आले सऊद की अदालत ने चौबीस लोगों को सरकार विरोधी प्रदर्शनों में शामिल होने के आरोप में कैद की सजा सुनाई है।
अहलेबैत (अ) समाचार एजेंसी अबनाः सऊदी समाचार एजेंसी के अनुसार जद्दा में एक अदालत ने चौबीस लोगों को दंगों, हड़ताल और हिंसा भड़काने के आरोप में चार महीनों से पांच वर्षों तक कैद की सजा सुनाई है।
सऊदी अरब में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि आले सऊद की कॉल कोठरियों में तीस हज़ार राजनीतिक कैदी बंद हैं। इन कैदियों को बिना किसी मुकद्दमे के वर्षों से जेलों में रखा गया है। सऊदी अरब ने जो ख़ुद सीरिया और इराक में तकफ़ीरी आतंकवादियों का सबसे बड़ा समर्थक है, सऊदी अरब में आलोचकों के दमन और शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाली निहत्थी जनता के विरूद्ध तथाकथित आतंकवाद विरोधी कानून की घोषणा की है जिसके बाद मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि आले सऊद को अब कानूनी तौर पर नागरिकों को कुचलने का बहाना मिल गया है। आले सऊद के नौकरों द्वारा की गई फायरिंग में अब तक ऐसे दर्जनों प्रदर्शनकारी मारे गए हैं, जो शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे और अपने कानूनी अधिकारों की मांग कर रहे थे।
                        5 जुलाई 2014 - 11:58
                    
                    
                            समाचार कोड: 621592
                        
                     
            आले सऊद की अदालत ने चौबीस लोगों को सरकार विरोधी प्रदर्शनों में शामिल होने के आरोप में कैद की सजा सुनाई है।
 
             
                                         
                                         
                                        